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00:00:00 क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी जिंदगी में कितनी चीजें अधूरी पड़ी हैं वह कोर्स जो आपने शुरू किया था लेकिन पूरा नहीं हुआ वह बिजनेस आइडिया जो आपके दिमाग में आया लेकिन आप उसे कभी अमल में नहीं ला पाए वह फिटनेस रेजोल्यूशन जो आपने जोश में तय किया लेकिन कुछ ही दिनों में छोड़ दिया आपको लगता होगा कि यह सिर्फ छोटी-छोटी बातें हैं लेकिन यही अधूरे काम आपकी जिंदगी को बर्बाद कर रहे हैं हर अधूरा काम आपको कमजोर बनाता है जब आप कोई चीज शुरू करते हैं और उसे खत्म नहीं करते तो आपका दिमाग आपको याद दिलाता रहता है कि तुम इसे
00:00:35 भी पूरा नहीं कर पाए आपका आत्मविश्वास गिरता जाता है जब बार-बार अधूरी चीजों की लिस्ट बढ़ती जाती है तो आपको खुद पर ही भरोसा नहीं रहता कि आप कुछ भी पूरा कर सकते हैं आपकी प्रोडक्टिविटी खत्म हो जाती है जब बहुत से अधूरे काम आपके दिमाग पर बोझ बन जाते हैं तो आपका ध्यान भंटा रहता है और आप किसी भी चीज पर फोकस नहीं कर पाते यह सिर्फ एक आदत नहीं है यह आपके जीवन की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है और अगर आपने इसे नहीं बदला तो आगे भी यही होगा आज आप फिर से वही कर सकते हैं यह वीडियो शुरू करें थोड़ी देर देखें और फिर बीच में छोड़ दें लेकिन फिर कुछ दिन बाद
00:01:12 जब आप कोई नया काम अधूरा छोड़ेंगे तो यह वीडियो आपको याद आएगा क्योंकि यह समस्या तब तक हल नहीं होगी जब तक आप इसे ठीक नहीं करेंगे अगर आप अपने कामों को खत्म करना सीख जाते हैं तो यह सिर्फ टाइम मैनेजमेंट की बात नहीं रहेगी यह आपकी पूरी लाइफ बदल देगा आपके हर प्रोजेक्ट पूरे होंगे आपका आत्मविश्वास पहले से 10 गुना ज्यादा होगा आप दूसरों से आगे निकल जाएंगे क्योंकि दुनिया में 90 प्र लोग अपने काम अधूरे छोड़ देते हैं लेकिन यह सब तभी होगा अगर आप इस वीडियो को पूरा देखेंगे और इसमें बताई गई स्ट्रेटेजी को अपनाएंगे यह सारी
00:01:46 बातें कोई मोटिवेशनल स्पीच नहीं है यह साइंस है आज हम बात कर रहे हैं जॉन येगर की किताब हाउ टू फिनिश एवरीथिंग यू स्टार्ट की जान येगर व्यक्तिगत विकास सेल्फ इंप्रूवमेंट और उत्पादकता प्रोडक्टिविटी में दुनिया के जानेमाने विशेषज्ञों में से एक है उन्होंने कई बेस्ट सेलिंग किताबें लिखी हैं जिनमें टाइम मैनेजमेंट आदतों को सुधारने और सफलता प्राप्त करने के तरीकों पर गहन रिसर्च शामिल है उनकी यह किताब खास इसीलिए है क्योंकि यह सिर्फ आपको मोटिवेट नहीं करती बल्कि यह एक एक्शन प्लान देती है जिससे आप हर काम को शुरू करने के बाद उसे पूरा भी
00:02:23 कर सकें इस किताब में मानसिकता माइंडसेट व्यवहार बिहेवियर और व्यावहारिक तकनीकों प्रैक्टिकल टेक्निक्स का ऐसा कॉमिनेशन है जिससे कोई भी व्यक्ति अपने कामों को पूरा करने की कला में माहिर बन सकता है जनगर ने अपनी रिसर्च के दौरान पाया कि ज्यादातर लोग अधूरे काम छोड़ने की वजह से मानसिक तनाव और असफलता का शिकार होते हैं और यही कारण था कि उन्होंने यह किताब लिखी ताकि आप यह समझ सकें कि आपको कौन सी गलतियां करने से बचना है और कैसे हर काम को फिनिश करना है चलिए आपको एक कहानी सुनाता हूं डेविड नाम का एक एक व्यक्ति था वह एक
00:03:01 शानदार बिजनेस आईडिया के साथ आया और उसने अपने आईडिया पर काम भी शुरू किया वह दिन रात मेहनत करता प्लानिंग करता लेकिन कुछ महीनों बाद उसका जोश कम होने लगा उसे लगा कि यह आईडिया उतना भी अच्छा नहीं है और उसने इसे वहीं छोड़ दिया कुछ सालों बाद डेविड को पता चला कि उसका वही आईडिया किसी और ने एग्जीक्यूट किया और आज वह इंसान करोड़ों कमा रहा है अब डेविड के पास पछताने के अलावा कुछ नहीं बचा था यही होता है जब हम अपने काम को अधूरा छोड़ देते हैं कभी-कभी सफलता हमारे एक कदम के बाद ही होती है लेकिन हम हार मान लेते हैं अगर आप
00:03:37 भी इस चक्र में फंसे हैं तो आपको इसे तोड़ना होगा अगर आप चाहते हैं कि जो भी काम शुरू करें उसे पूरा भी करें चाहे वह कोई स्किल सीखना हो कोई प्रोजेक्ट पूरा करना हो या अपनी लाइफ को बेहतर बनाना हो तो इस वीडियो को अंत तक जरूर देखें क्योंकि यही आपको उन 999 प्र लोगों से अलग बनाएगा जो अपने कामों को पूरा नहीं कर पाते चलिए अब इस सफर को शुरू करते हैं अध्याय एक हम अपने काम अधूरा क्यों छोड़ देते हैं क्या आपको याद है जब आपने बड़े जोश से कोई नया काम शुरू किया था हो सकता है कि आपने एक नया बिजनेस आईडिया सोचा हो लेकिन रिसर्च के बाद उसे छोड़ दिया या
00:04:14 आपने फिटनेस के लिए जिम जॉइन किया लेकिन कुछ ही हफ्तों में जाना बंद कर दिया या शायद आपने किताब पढ़नी शुरू की थी लेकिन कुछ पेज पलटने के बाद उसे किनारे रख दिया अगर ऐसा आपके साथ बार-बार होता है तो यह आपकी इच्छा शक्ति की कमी नहीं है ऑथर बताते हैं कि अधूरे कामों की जड़ें हमारे व्यवहार आदतों और सोचने के तरीके में छिपी होती हैं हमारा दिमाग ऐसे ट्रैप जाल में फंस जाता है कि हम बिना सोचे समझे एक ही गलती बार-बार दोहराते रहते हैं लेकिन अगर हमें अपने कामों को पूरा करना सीखना है तो पहले हमें यह समझना होगा कि आखिर हम काम
00:04:49 अधूरा क्यों छोड़ते हैं पांच कारण जो हमें अपने ही लक्ष्यों से दूर कर देते हैं एक परफेक्शनिस्ट या तो परफेक्ट होगा या मैं करूंगा ही नहीं मुझे यह काम बिल्कुल परफेक्ट करना है यह सोच सबसे खतरनाक जाल है जिसमें बहुत से लोग फंस जाते हैं हम जब कोई नया काम शुरू करते हैं तो हम चाहते हैं कि यह एकदम सही हो बिना किसी गलती के लेकिन जैसे ही हमें एहसास होता है कि इसे परफेक्ट बनाना बहुत मुश्किल है हम इसे छोड़ देते हैं और आगे बढ़ जाते हैं उदाहरण अजय एक ब्लॉगर बनना चाहता था उसने पहला आर्टिकल लिखने के लिए रिसर्च शुरू की
00:05:24 लेकिन जैसे ही उसने देखा कि उसकी लेखनी उतनी अच्छी नहीं है जितनी बड़ी वेबसाइट्स की होती है उसने आर्टिकल पब्लिश ही नहीं किया वह परफेक्ट बनने की कोशिश में फंस गया और आज तक उसका ब्लॉग अधूरा पड़ा है सॉल्यूशन डन इज बेटर देन परफेक्ट परफेक्शन के चक्कर में मत फंस पहले काम को पूरा करें हर चीज सुधारने योग्य होती है आप काम को बेहतर बना सकते हैं लेकिन पहले उसे पूरा करें छोटे लक्ष्य बनाइए अगर आप 100% परफेक्ट नहीं कर सकते तो 80 प्र तक पहुंचने की कोशिश करें और धीरे-धीरे सुधार करें दूसरा प्रकाश डेस्टिनेशन कल कर लूंगा
00:06:01 थोड़ा मोबाइल चला लूं फिर शुरू करूंगा अभी मूड नहीं है बाद में कर लूंगा हमारा दिमाग हमें बेवकूफ बना देता है कि अभी करने की जरूरत नहीं है बाद में भी कर सकते हैं उदाहरण सोनिया को एक प्रेजेंटेशन तैयार करनी थी लेकिन उसने सोचा कि अभी थोड़ा ब्रेक लेती हूं बाद में कर लूंगी फिर उसने ब्रेक के दौरान सोशल मीडिया चेक किया और देखते ही देखते दो घंटे बीत गए जब उसने काम शुरू किया तो उसे जल्दी में पूरा करना पड़ा और वह उतना अच्छा नहीं बन पा आया सॉल्यूशन फाइव सेकंड रूल अपनाए जब कोई काम करने का मन ना हो तो 5 सेकंड गिनिया और
00:06:36 बिना सोचे शुरू कर दीजिए काम को छोटे हिस्सों में बांटें अगर कोई काम बड़ा लगता है तो उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें पहले 2 मिनट के लिए काम शुरू करें एक बार शुरू करने के बाद दिमाग को लय मिल जाती है और आप काम जारी रखते हैं तीन प्राथमिकता की कमी क्या सही में यह जरूरी है यह काम पहले करना चाहिए या बाद में अगर हम एक साथ बहुत सारे काम शुरू कर देते हैं तो हमें यह समझ नहीं आता कि किससे पहले पूरा करें और किसे टाल दें उदाहरण रोहित एक बिजनेसमैन है वह अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए एक साथ सोशल मीडिया मार्केटिंग
00:07:10 वेबसाइट डिजाइनिंग और नए क्लाइंट्स खोजने का काम कर रहा था नतीजा सब कुछ अधूरा रह गया क्योंकि उसने किसी भी काम को प्राथमिकता नहीं दी सॉल्यूशन आइजनहावर मैट्रिक्स का इस्तेमाल करें जरूरी और गैर जरूरी कामों को अलग करें एक समय में सिर्फ एक काम पर फोकस करें सबसे पहले कठिन काम करो यानी जो सबसे जरूरी है उसे पहले निपटा फोर डर अगर मैं फेल हो गया तो लोग क्या कहेंगे अगर मैंने यह काम पूरा किया और रिजल्ट खराब निकला तो हम डरते हैं कि अगर हमने काम पूरा किया और वह सफल नहीं हुआ तो हमें शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी उदाहरण रवि
00:07:43 को एक बुक लिखनी थी उसने 50 पेज लिख भी लिए लेकिन फिर उसे डर लगने लगा कि अगर लोगों को यह पसंद नहीं आई तो इस डर से उसने लिखना ही छोड़ दिया और उसकी किताब आज भी अधूरी पड़ी है सॉल्यूशन असफलता को सीखने का अनुभव समझे अगर आपने काम पूरा किया तो आप 90 प्रतिशत लोगों से आगे हैं डर से बचने के बजाय उस पर काम करें पांच बहुत ज्यादा काम एक साथ करना सब कुछ कर लूंगा हम सोचते हैं कि हम मल्टीटास्किंग करके ज्यादा काम कर सकते हैं लेकिन असल में इससे हमारा दिमाग जल्दी थक जाता है और हम कुछ भी पूरा नहीं कर पाते उदाहरण सिम्मी को एक साथ वीडियो एडिटिंग ब्लॉगिंग
00:08:19 और कोडिंग सीखनी थी उसने तीनों चीजें एक साथ शुरू कर दी लेकिन कुछ ही हफ्तों में वह बोर हो गई और उसने सब कुछ छोड़ दिया सॉल्यूशन वन टास्क एट अ टाइम अ टाइम नियम अपनाएं एक समय में सिर्फ एक ही काम करें काम को छोटे स्टेप्स में बांटें ताकि आप हर स्टेप को पूरा करने का संतोष पा सकें अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें परफेक्शन के जाल से बाहर निकलें पहले काम को पूरा करें बाद में सुधार करें पाइव सेकंड रूल अपनाएं काम को टालने से पहले 5 सेकंड गिनिया और तुरंत शुरू कर दीजिए एक काम एक समय में नियम अपनाएं एक समय में
00:08:53 सिर्फ एक ही काम करें मल्टीटास्किंग छोड़ दें आइजनहावर मैट्रिक्स का इस्तेमाल करें यह तय करें करें कि कौन सा काम सबसे ज्यादा जरूरी है असफलता से मत डरिए क्योंकि अधूरा छोड़ना असफलता से भी बदतर है अब सवाल यह है अगर हम इन कारणों को जानते हैं तो फिर भी क्यों फंसते हैं कैसे अपनी मानसिकता को बदला जाए ताकि हर काम को फिनिश किया जा सके इसका जवाब मिलेगा आपको अगले चैप्टर में अध्याय दो हर काम को फिनिश करने की मानसिकता कैसे विकसित करें आपने कितनी बार सोचा कि इस बार मैं कोई भी काम अधूरा नहीं छोडूंगा लेकिन फिर भी वही
00:09:30 गलती दोहरा दी कभी आपने सोचा है कि कुछ लोग हर काम को सफलता पूर्वक खत्म कर लेते हैं जबकि कुछ लोग अधूरे कामों का ढेर लगा लेते हैं क्या इनके पास ज्यादा समय होता है ज्यादा टैलेंट या कोई सुपर पावर नहीं ऑथर बताते हैं कि यह अंतर किसी के स्किल या समय में नहीं बल्कि मानसिकता माइंड सेट में छिपा होता है अगर आपकी सोचने की प्रक्रिया गलत होगी तो आप हमेशा काम अधूरा ही छोड़ेंगे चाहे आप कितना भी प्रयास कर लें तो सवाल यह है कैसी मानसिकता हमें अपने काम को फिनिश करने में मदद करेगी फिनिश करने की मानसिकता बनाने के छह
00:10:06 शक्तिशाली नियम एक फिनिश स्ट्रांग की सोच रखें जब हम नया काम शुरू करते हैं तो हम सिर्फ शुरुआत के जोश पर ध्यान देते हैं हमें यह नहीं दिखता कि बीच में क्या मुश्किलें आएंगी और हमें अंत तक कैसे पहुंचना है उदाहरण अमित ने एक ऑनलाइन कोर्स खरीद लिया शुरुआत में वह बहुत एक्साइटेड था लेकिन जैसे ही उसे मुश्किल चैप्टर मिले उसने कोर्स को छोड़ दिया सॉल्यूशन हर काम शुरू करने से पहले उसका अंतिम लक्ष्य स्पष्ट करें खुद से पूछें क्या मैं इसे पूरा करने के लिए तैयार हूं मानसिक रूप से मुश्किल दौर के लिए पहले से तैयार र तो छोटे नहीं बड़े लक्ष्यों के
00:10:42 बारे में सोचें ज्यादातर लोग सोचते हैं कि छोटे लक्ष्य बनाने से काम पूरा करना आसान हो जाएगा लेकिन ऑथर बताते हैं कि यह गलत है बड़ा सोचिए उदाहरण स्नेहा ने सोचा कि वह रोज पांच पेज लिखे गी लेकिन कुछ ही दिनों में वह बोर हो गई और उसने लिखना बंद कर दिया लेकिन जब उसने अपना ध्यान मैं छ महीनों में एक पूरी किताब लिखूंगी पर लगाया तो उसने उसे पूरा किया सॉल्यूशन बड़ा लक्ष्य बनाइए ताकि आपको उस पर गर्व महसूस हो छोटे कदमों से शुरुआत करें लेकिन नजर हमेशा बड़ी जीत पर रखें तीसरा खुद को एक फिनिशर के रूप में देखिए अगर आप खुद को
00:11:16 ऐसे व्यक्ति के रूप में देखते हैं जो चीजें अधूरी छोड़ देता है तो आप हमेशा वही करेंगे लेकिन अगर आप खुद को एक फिनिशर मानेंगे तो आप हर काम खत्म करने के लिए मजबूर हो जाएंगे उदाहरण रवि हर बार अपने काम को अधूरा छोड़ देता था लेकिन जब उसने खुद से कहना शुरू किया मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो हर काम को पूरा करता है तो धीरे-धीरे उसकी सोच और आदतें बदल गई सॉल्यूशन खुद को रोज याद दिलाइट काम नहीं छोड़ता मैं एक फिनिशर हूं यह सोच धीरे-धीरे आपके व्यवहार में आ जाएगी चार खुद को अकाउंटेबल बनाइए अगर आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति हो जो आपके काम का हिसाब रखे
00:11:55 तो आप अधूरे काम छोड़ने के बजाय उन्हें पूरा करने की कोशिश कर करेंगे उदाहरण अर्जुन ने अपने दोस्त को बताया कि वह 30 दिन में अपनी वेबसाइट लॉन्च करेगा अब वह वेबसाइट छोड़ नहीं सकता था क्योंकि उसका दोस्त उससे रोज पूछ रहा था कि काम पूरा हुआ या नहीं सॉल्यूशन किसी को बताइए कि आप क्या करने वाले हैं ताकि आप खुद पर दबाव महसूस करें अपने कामों को पब्लिकली शेयर करें ताकि आप खुद को जवाबदेह समझे पांच काम को इमोशनल प्रायोरिटी बनाइए अगर कोई काम सिर्फ दिमागी लेवल पर जरूरी है लेकिन भावनात्मक इमोशनल रूप से कनेक्ट नहीं है तो आप उसे
00:12:32 छोड़ देंगे आपको अपने लक्ष्य से प्यार होना चाहिए उदाहरण नीता ने वजन कम करने का लक्ष्य बनाया लेकिन वह इसे एक बोझ की तरह देखती थी जब उसने इसे अपने बच्चों के साथ खेल पाने के लिए जरूरी समझा तब जाकर वह सफल हुई सॉल्यूशन हर काम को अपने जीवन से जोड़ें ताकि उसे छोड़ना असंभव लगे खुद से पूछें अगर मैं यह पूरा कर लूंगा तो मेरी जिंदगी कितनी बेहतर होगी छठा खुद को रिवर्ड देना सीखें जब आप कोई बड़ा लक्ष्य पूरा करते हैं तो खुद को इनाम दीजिए अगर काम खत्म करने का कोई फायदा नहीं दिखता तो दिमाग इसे छोड़ने का बहाना ढूंढ लेता है
00:13:08 उदाहरण मोहन ने सोचा कि अगर वह 30 दिन तक रोज एक्सरसाइज करेगा तो वह खुद को एक नई घड़ी गिफ्ट करेगा इससे उसे हर दिन एक्सरसाइज करने की मोटिवेशन मिली और वह सफल हुआ सॉल्यूशन जब भी कोई बड़ा टास्क पूरा करें खुद को एक इनाम दें इनाम जरूरी नहीं कि बड़ा हो यह छोटी खुशियां भी हो सकती हैं अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें हर काम को शुरू करने से पहले यह सोचें कि इसे फिनिश करना ही आपका मकसद है छोटे लक्ष्य नहीं बड़े लक्ष्य बनाइए ताकि आपका ध्यान बड़ी जीत पर रहे खुद को एक फिनिशर के रूप में देखिए और इस सोच को अपनी आदत बनाइए किसी ऐसे व्यक्ति
00:13:46 को बताइए कि आप क्या करने वाले हैं ताकि आप जवाबदेह बने अपने काम को भावनात्मक रूप से खुद से जोड़िए ताकि उसे छोड़ना आपके लिए मुश्किल हो जाए जब भी कोई लक्ष्य पूरा करें खुद को एक इनाम दें ताकि दिमाग अगली बार भी फिनिश करने के लिए प्रेरित रहे अगर आपको यह मानसिकता विकसित करनी आ गई तो अब आपका अगला कदम है अपनी कार्यशैली को व्यवस्थित करना ताकि कोई भी काम बीच में ना छूटे अगले अध्याय में हम जानेंगे कि कैसे एफ आई एन आईएस एच पद्धति अपनाकर हर काम को पूरा किया जाए अध्याय तीन एफ आई एन आई एस एच पद्धति हर काम को पूरा करने की
00:14:23 सबसे शक्तिशाली रणनीति आपने अब तक समझ लिया कि हम अपने काम अधूरे क्यों छोड़ते हैं अब सवाल यह है इससे बाहर कैसे निकला जाए अगर आपको हर काम को फिनिश करना सीखना है तो आपको एक व्यवस्थित तरीका अपनाना होगा ऑथर ने इसके लिए एफ आई एन आई एस एच पद्धति तैयार की है यह एक साइंटिफिक और प्रैक्टिकल फ्रेमवर्क है जिससे कोई भी व्यक्ति काम अधूरा छोड़ने की आदत को खत्म कर सकता है और उसे 100% पूरा कर सकता है तो आइए इसे विस्तार से समझते हैं एफ आई एन आई एस एच पद्धति के छह चरण एक एफ फोकस अपने लक्ष्य को स्पष्ट करें अगर आपको पता
00:15:00 ही नहीं कि आपको कहां जाना है तो आप कभी वहां नहीं पहुंचेंगे गलती बहुत से लोग काम की शुरुआत तो करते हैं लेकिन उनका कोई स्पष्ट लक्ष्य नहीं होता वे सोचते हैं चलो बस शुरू कर देते हैं फिर देखा जाएगा नतीजा थोड़े समय बाद वे अपना फोकस खो देते हैं और काम छोड़ देते हैं सॉल्यूशन अपने काम को शुरू करने से पहले यह तय करें इसका अंत कैसा दिखेगा अपने लक्ष्य को लिखित रूप में तय करें ताकि वह आपके दिमाग में स्पष्ट बना रहे स्मार्ट गोल्स स्पेसिफिक मेजरेबल अचीव रिलेवेंट टाइम बाउंड का उपयोग करें दो आई आइडेंटिफिकेशन आइजनहावर मैट्रिक्स का उपयोग करें यह तय
00:15:53 करने के लिए कि कौन सा काम जरूरी है और कौन सा नहीं सबसे पहले वही काम करें जो जो आपके लक्ष्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा तीन एन नो गैर जरूरी चीजों को मना करें अगर आप हर चीज को हां कहेंगे तो आपके पास अपने असली काम के लिए समय ही नहीं बचेगा गलती हमें हर चीज में हां कहने की आदत होती है हम सोचते हैं कि सब कुछ करना जरूरी है लेकिन इससे हमारा ध्यान भटक जाता है गैर जरूरी चीजों में उलझ करर हम असली काम को ही छोड़ देते हैं सॉल्यूशन एसेंशियलिज्म सिद्धांत अपनाएं सिर्फ उन्हीं चीजों पर ध्यान दें जो वास्तव में जरूरी हैं ना कहना सीखें अगर कोई काम आपके
00:16:30 लक्ष्य से मेल नहीं खाता तो उसे रिजेक्ट करें टाइम ब्लॉक्स बनाकर काम करें ताकि ध्यान बंटाने वाली चीजों से बचा जा सके चार आई इंडिविजुअलाइज्ड अपनी ऊर्जा के अनुसार काम करने का समय तय करें सुबह दोपहर सात जो भी आपके लिए बेस्ट हो अपनी सबसे प्रभावी कार्यशैली पहचाने क्या आप लिस्ट बनाकर अच्छा काम करते हैं या डेडलाइन सेट करके खुद को जाने और उसी अनुसार काम की योजना बनाएं पांच एस सिस्टेमेटाइज्ड के काम करेंगे तो हर बार अधूरा छोड़ देंगे गलती लोग हर बार बिना किसी सिस्टम के काम शुरू कर देते हैं कोई टाइम टेबल नहीं कोई स्पष्ट योजना नहीं बस
00:17:27 करते जाओ वाली सोच नतीजा थोड़ी देर बाद सब कुछ गड़बड़ हो जाता है सॉल्यूशन टू डू लिस्ट बनाइए लेकिन सिर्फ तीन से पांच सबसे महत्त्वपूर्ण काम रखें पोमोडोरो तकनीक अपनाए 25 मिनट काम करें 5 मिनट का ब्रेक लें हर बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे स्टेप्स में तोड़े ताकि वह आसान लगे छह एच हैबिट सफलता की आदत डालें जो आप बार-बार करते हैं वही आपकी जिंदगी बन जाता है गलती लोग सोचते हैं कि एक बार मोटिवेशन आ जाए तो सारा काम हो जाएगा लेकिन मोटिवेशन एक दिन के लिए होता है आदतें हमेशा चलती हैं अगर किसी चीज को रोज करने की आदत नहीं बनाई तो
00:18:01 आप फिर से अधूरे काम छोड़ देंगे सॉल्यूशन हर दिन थोड़ा-थोड़ा काम करने की आदत डालें कंसिस्टेंसी ही सफलता की कुंजी है अपने काम को नॉन नेगोशिएबल बनाइए जैसे ब्रश करना रोज जरूरी है वैसे ही अपना सबसे महत्त्वपूर्ण काम भी अपनी प्रगति को ट्रैक करें क्या आप सही दिशा में जा रहे हैं अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें अपने लक्ष्य को स्पष्ट करें और उसे स्मार्ट गोल्स में बदलें सबसे महत्त्वपूर्ण काम को प्राथमिकता दें बिजी बनने के बजाय प्रोडक्टिव बने गैर जरूरी चीजों को ना कहना सीखें ताकि असली काम पर फोकस कर सकें अपने काम करने की शैली को
00:18:39 समझें और उसी के अनुसार सिस्टम बनाएं हर बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़े और धीरे-धीरे आगे बढ़ें कंसिस्टेंसी बनाए रखें हर दिन थोड़ा-थोड़ा काम करें क्योंकि यही आदत आपको फिनिश करने में मदद करेगी अब जब आपने एफ आई एन आई एस एच पद्धति सीख ली है तो अगला कदम है अपने समय का सही उपयोग करना और प्राथमिकताएं तय करना अगले अध्याय में हम जानेंगे टाइम मैनेजमेंट और प्राथमिकता सेट करने की सबसे बेहतरीन स्ट्रेटजीजर टाइम मैनेजमेंट और प्राथमिकता निर्धारण सही काम सही समय पर करें आपके पास और अमीर लोगों के पास एक ही चीज समान
00:19:18 है 24 घंटे फिर ऐसा क्यों है कि कुछ लोग अपने काम आसानी से खत्म कर लेते हैं जबकि बाकी लोग हमेशा भागदौड़ में ही रहते हैं लेकिन कुछ भी पूरा नहीं कर पाते ऑथर बताते हैं कि फर्क समय की उपलब्धता में नहीं बल्कि समय के प्रबंधन में है सही तरीके से टाइम मैनेजमेंट ना कर पाने की वजह से हम अपने सबसे जरूरी कामों को पीछे छोड़ देते हैं और फिर वे कभी पूरे नहीं हो पाते अगर आपको अपने हर काम को फिनिश करना सीखना है तो आपको अपने समय का सही उपयोग करना आना चाहिए बेहतर टाइम मैनेजमेंट के चार सुनहरे नियम एक सबसे महत्त्वपूर्ण काम पहले करें
00:19:55 आइजन हावर मैट्रिक्स हर जरूरी काम तुरंत कर ने लायक नहीं होता और हर तुरंत करने लायक काम जरूरी नहीं होता बहुत बार हम उन चीजों में उलझ जाते हैं जो महत्त्वपूर्ण तो नहीं होती लेकिन तुरंत करने की जरूरत महसूस होती है नतीजा हम उन कामों में समय बर्बाद कर देते हैं और असली काम अधूरा रह जाता है सोचिए आपके पास एक प्रोजेक्ट पूरा करने की डेडलाइन है लेकिन उसी समय आपका दोस्त आपको किसी छोटी सी हेल्प के लिए बुला लेता है अब अगर आप अपने दोस्त की हेल्प करने चले गए तो आपका डेडलाइन वाला काम पीछे छूट जाएगा इसलिए जब भी कोई नया
00:20:31 काम आए तो खुद से पूछिए क्या यह तुरंत करने की चीज है क्या यह सबसे जरूरी है या इसे बाद में भी किया जा सकता है अगर आप इस सोच को अपनाते हैं तो आपका हर दिन ज्यादा प्रोडक्टिव बनेगा दूसरा सबसे कठिन काम सबसे पहले करें ईट द फ्रॉग तकनीक यह एक मजेदार लेकिन अत्यधिक प्रभावी रणनीति है ज्यादातर लोग सबसे मुश्किल काम को अंत में रखते हैं दिन भर छोटे-छोटे कामों में फंसे रहते हैं और आखिर में थकान या बहाने बना लेते हैं फिर वह काम अगले दिन पर टल जाता है और फिर कभी पूरा नहीं होता सोचिए आपको एक रिपोर्ट तैयार करनी है लेकिन आप पहले
00:21:07 ईमेल चेक करने छोटी-छोटी कॉल्स लेने और सोशल मीडिया स्क्रॉल करने में लग जाते हैं शाम होते-होते आप थक जाते हैं और वह रिपोर्ट अगले दिन के लिए टल जाती है तो अगली बार अपने दिन की शुरुआत सबसे बड़े मेंढक यानी सबसे कठिन और सबसे महत्त्वपूर्ण काम से करें तीसरा कम समय में ज्यादा फोकस पोमोडोरो तकनीक काम कम मत करो ब्रेक ज्यादा सही तरीके से लो अगर आप घंटों तक बिना ब्रेक के काम करते हैं तो आपका दिमाग थक जाएगा और ध्यान भटकने लगेगा लेकिन अगर आप काम और ब्रेक को एक साइंटिफिक तरीके से बैलेंस करें तो आप ज्यादा समय तक प्रोडक्टिव रह सकते हैं
00:21:42 पोमोडोरो तकनीक कहती है कि 25 मिनट तक पूरी तरह फोकस करें फिर 5 मिनट का ब्रेक लें ऐसा चार बार करें और फिर 15 से 30 मिनट का लंबा ब्रेक लें इससे फायदा यह होगा कि आपका ध्यान ज्यादा देर तक केंद्रित रहेगा छोटे ब्रेक्स लेने से आपका दिमाग रिफ्रेश होगा आप बिना किसी मानसिक थकान के ज्यादा देर तक काम कर पाएंगे अगर आप इस तकनीक को आजमाएं तो आपकी प्रोडक्टिविटी दोगुनी हो जाएगी चौथा 8/2 नियम कम मेहनत में ज्यादा रिजल्ट आपके 20 प्र प्रयास 80 प्र परिणाम देते हैं इसका मतलब यह है कि हमारे दिन में कुछ ही ऐसे काम होते हैं जो असल में सबसे ज्यादा असर
00:22:21 डालते हैं बाकी चीजें सिर्फ समय बर्बाद करने के लिए होती हैं अगर आप एक बिजनेस चलाते हैं तो आपके 80 प्र प्रॉफिट सिर्फ सिर्फ 20 प्र कस्टमर्स से आते हैं अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं तो 80 प्र नंबर सिर्फ 20 प्र महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स से आते हैं इसलिए हर दिन की शुरुआत में खुद से पूछिए मेरे कौन से 20 प्र काम मुझे 80 प्र रिजल्ट देंगे क्या मैं सही चीजों पर फोकस कर रहा हूं या सिर्फ बिजी दिखने की कोशिश कर रहा हूं अगर आप सिर्फ उन 20 प्र चीजों पर ध्यान देंगे जो सबसे ज्यादा असर डालती हैं तो आप कम समय में भी ज्यादा हासिल कर
00:22:57 पाएंगे अब इन्हें आज से ही अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें सबसे महत्त्वपूर्ण काम पहले करें अगर कोई काम आपके लक्ष्य के लिए बहुत जरूरी है तो उसे पहले खत्म करें ईट द फ्रॉग तकनीक अपनाएं ताकि बाकी दिन आसान हो जाए पोमोडोरो तकनीक से काम करें 25 मिनट फोकस प्लस 5 मिनट ब्रेक लें ताकि दिमाग थका हुआ महसूस ना करें 8020 नियम अपनाएं उन 20 प्र चीजों पर फोकस करें जो 80 प्र रिजल्ट देती हैं और बाकी चीजों को हटा दें अब जब आपने टाइम मैनेज सीख लिया है तो अगला कदम है विलंब प्रोक्रेस्टिनेशन को हराना ताकि आप हर काम समय पर पूरा कर
00:23:35 सकें अगले अध्याय में जानेंगे कैसे प्रोक्रेस्टिनेशन से बचने के साइंटिफिक तरीके अपनाकर अपनी प्रोडक्टिविटी को 10 गुना बढ़ाएं अध्याय पांच विलंब प्रोक्रेस्टिनेशन को हराने के साइंटिफिक तरीके काम को आज ही खत्म करें मैं अभी नहीं कर सकता थोड़ा बाद में कर लूंगा आज मूड नहीं है कल सुबह से पक्का शुरू करूंगा अगर यह बातें आपके भी दिमाग में आती हैं तो आप अकेले नहीं हैं ऑथर बताते हैं कि विलंब प्रोक्रेस्टिनेशन सबसे बड़ा कारण है जिसकी वजह से लोग अपने काम अधूरे छोड़ देते हैं यह एक मानसिक जाल मेंटल ट्रैप है जो आपको यह महसूस कराता है कि काम बाद में
00:24:15 करना ठीक रहेगा लेकिन हकीकत में यह सिर्फ एक बहाना होता है अगर आपको अपने काम को फिनिश करना सीखना है तो आपको विलंब की आदत को खत्म करना ही होगा विलंब क्यों होता है एक असफलता का डर हम सोचते हैं अगर मैंने यह काम किया और मैं फेल हो गया तो दो परफेक्शनिस्ट म हमें लगता है कि जब तक मैं पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता तब तक शुरू नहीं करना चाहिए तीन टास्क बड़ा और भारी लगना जब कोई काम बहुत बड़ा दिखता है तो हमारा दिमाग उसे टालना शुरू कर देता है चार डोपा मन का लालच सोशल मीडिया वीडियो गेम्स और एंटरटेनमेंट हमें इंस्टेंट खुशी
00:24:52 देते हैं इसलिए हम जरूरी काम छोड़कर उन्हें प्राथमिकता देने लगते हैं अगर हम इस मानसिकता को नहीं बदलते तो हम हमेशा अपने कामों को टालते रहेंगे प्रोक्रेस्टिनेशन को खत्म करने के पांच शक्तिशाली तरीके एक 5 सेकंड का नियम पाच सेकंड में शुरू करें काम टालने का सबसे आसान समाधान उसे तुरंत शुरू कर दो अगर आपका दिमाग कोई काम टालने की सोच रहा है तो बस पांच सेकंड गिने 5 4 3 2 1 और काम करना शुरू कर दें उदाहरण आपको एक रिपोर्ट लिखनी है लेकिन आपका मन नहीं है तो 5 सेकंड गिने और बिना सोचे समझे लिखना शुरू कर दें जैसे ही आप लिखना शुरू करेंगे आपका
00:25:29 दिमाग स्विच हो जाएगा और आप फोकस्ड हो जाएंगे सोचो मत बस 5 सेकंड में एक्शन लो दूसरा 2 मिनट का नियम छोटे स्टेप्स से शुरुआत करें अगर कोई काम 2 मिनट में किया जा सकता है तो उसे तुरंत कर दो और अगर काम बड़ा है तो पहले सिर्फ 2 मिनट के लिए शुरू करो उदाहरण अगर आपको एक्सरसाइज करनी है तो बस 2 मिनट के लिए वार्म अप शुरू करो अगर आपको कोई किताब पढ़नी है तो सिर्फ 2 मिनट के लिए पढ़ना शुरू करो क्योंकि अक्सर सबसे मुश्किल काम शुरू शुरुआत करना होता है सिर्फ दो मिनट का नियम अपनाओ और धीरे-धीरे पूरा कर लो तीन टेंशन बंडलिंग जरूरी काम
00:26:06 को मजेदार बनाओ अगर काम बोरिंग लगता है तो उसे किसी मजेदार चीज के साथ जोड़ दो उदाहरण अगर आपको पढ़ाई करनी है तो इसे अपने फेवरेट म्यूजिक के साथ करो अगर आपको जिम जाना है तो वहां अपनी पसंदीदा ऑडियो बुक सुनो अगर आपको सफाई करनी है तो नेफ या कोई पॉडकास्ट लगाकर करो जब काम बोरिंग ना लगे तो विलंब भी नहीं होगा चौथा कमिटमेंट कांट्रैक्ट खुद को जवाबदेह बनाओ अगर आप खुद को जवाबदेह नहीं बनाएंगे तो आपका दिमाग बहाने ढूंढता रहेगा इसका सबसे अच्छा तरीका है किसी को बताओ कि तुम क्या करने वाले हो उदाहरण अगर आप रोज सुबह 6:00 बजे
00:26:43 दौड़ने जाना चाहते हैं तो अपने दोस्त को कहो कि अगर मैं नहीं आया तो मैं तुम्हें ₹5000000 अगर आपके दिमाग को पता हो कि काम पूरा करने के बाद उसे कुछ अच्छा मिलेगा तो वह ज्यादा फोकस करेगा उदाहरण अगर आपने दो घंटे पढ़ाई कर ली तो अपनी फेवरेट चॉकलेट खाओ अगर आपने एक प्रोजेक्ट पूरा कर लिया तो कोई मूवी देखो अगर आपने एक हफ्ते तक सुबह जल्दी उठने की आदत बना ली तो खुद को कोई छोटा गिफ्ट दो छोटे-छोटे इनाम आपकी आदतों को मजबूत करते हैं अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें 5च सेकंड रूल अपनाओ कोई भी काम टाल से पहले 5 सेकंड
00:27:30 गिनो और तुरंत शुरू करो 2 मिनट का नियम से शुरुआत करो पहले सिर्फ दो मिनट के लिए काम करो धीरे-धीरे बढ़ाओ टेंप्टेशन बंडलिंग करो बोरिंग काम को किसी मजेदार चीज के साथ जोड़ दो कमिटमेंट कांट्रैक्ट बनाओ किसी दोस्त को बताओ कि तुम क्या करने वाले हो ताकि तुम खुद को जवाबदेह समझो रिवर्ड योरसेल्फ हर छोटे लक्ष्य को पूरा करने के बाद खुद को इनाम दो ताकि दिमाग और मेहनत करने के लिए प्रेरित रहे अब जब आपने नेशन को हराने के तरीके सीख लिए हैं तो अगला कदम है अपने काम को दूसरों के साथ सही ढंग से बांटना और ना कहना सीखना ताकि
00:28:07 आप सही चीजों पर फोकस कर सकें अगले अध्याय में जानेंगे डेलिगेशन और ना कहने की कला जिससे आप ज्यादा प्रभावी और प्रोडक्टिव बन सकते हैं अध्याय छह काम सौंपना डेलिगेशन और ना कहना सीखें सही चीजों पर फोकस करें क्या आपने कभी महसूस किया है कि आपका पूरा दिन काम में बीत जाता है फिर भी आपको ऐसा लगता है कि आपने कुछ खास हासिल नहीं किया आप हर समय बिजी रहते हैं लेकिन जब दिन खत्म होता है तो सबसे जरूरी काम ही अधूरे रह जाते हैं ऐसा क्यों होता है ऑथर बताते हैं कि यह दो मुख्य कारणों से होता है एक आप हर चीज खुद करने की कोशिश करते हैं
00:28:45 बजाय इसे सही व्यक्ति को सौंपने के दो आप ना कहना नहीं जानते और इसलिए फालतू चीजों में फंस जाते हैं अगर आपको अपने हर महत्त्वपूर्ण काम को फिनिश करना है तो डेलिगेशन और ना कहना सीख ना ही होगा सही चीजों पर फोकस करने के दो सबसे बड़े सीक्रेट्स एक डेलिगेशन हर काम खुद मत करो दूसरों से करवाओ सफल लोग खुद सब कुछ नहीं करते वे सही लोगों से सही काम करवाते हैं गलती बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर मैं खुद करूंगा तो काम अच्छा होगा लेकिन हर छोटी-छोटी चीज खुद करने से आपका समय और ऊर्जा खत्म हो जाती है नतीजा आपके सबसे जरूरी काम अधूरे रह जाते हैं सोचिए अगर आप
00:29:26 एक बिजनेसमैन हैं और हर छोटे-छोटे ईमेल खुद टाइप कर रहे हैं हर मीटिंग खुद शेड्यूल कर रहे हैं हर छोटी डिटेल खुद मैनेज कर रहे हैं तो क्या होगा आपका पूरा समय इन छोटे-छोटे कामों में ही निकल जाएगा और असली बड़े फैसलों के लिए समय ही नहीं बचेगा आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए नए आइडियाज पर काम ही नहीं कर पाएंगे आप दिन भर बिजी तो रहेंगे लेकिन प्रोडक्टिव नहीं बन पाएंगे यही सबसे बड़ी गलती होती है हम महत्त्वपूर्ण चीजों की बजाय उन चीजों में उलझे रहते हैं जो कोई और भी कर सकता है टशन एक पहचानिए कि कौन से काम आप खुद कर सकते हैं और कौन से आप
00:30:03 दूसरों को सौंप सकते हैं दो जो काम आपकी ग्रोथ में ज्यादा योगदान नहीं दे रहे उन्हें दूसरों को देने में हिचक चाए मत तीन अगर आप किसी काम में एक्सपर्ट नहीं है तो उसे किसी और को करने दें और अपनी असली ताकत पर ध्यान दें अगर आप डेलिगेशन सीख लेते हैं तो आप कम समय में ज्यादा हासिल कर सकते हैं दो ना कहना सीखें ताकि आपका समय बर्बाद ना हो हर बार हां कहना आप की प्रोडक्टिविटी को मार सकता है गलती जब भी कोई आपसे कोई फालतू काम करने के लिए कहता है तो आप मना नहीं कर पाते आपको लगता है कि अगर मैंने ना कहा तो लोग नाराज हो
00:30:38 जाएंगे लेकिन हर जगह हां कहने से आपके अपने महत्त्वपूर्ण काम अधूरे रह जाते हैं सोचिए अगर आप एक छात्र हैं और परीक्षा की तैयारी करनी है लेकिन आपका दोस्त कहता है कि चल मूवी देखने चलते हैं अगर आप उसे हां कहते हैं तो आपका महत्त्वपूर्ण काम पढ़ाई पीछे रह जाएगा सलूशन एक हर काम के लिए तुरंत हां मत कहिए पहले सोचिए कि क्या यह सच में जरूरी है दो अगर कोई ऐसा काम है जो आपकी प्राथमिकताओं में नहीं आता तो बिना किसी अपराध बोध के ना कहिए तीन स्मार्ट तरीका अपनाए बजाय सीधा मना करने के आप कह सकते हैं अभी मैं इस पर ध्यान नहीं दे
00:31:15 सकता लेकिन बाद में देख सकता हूं जब आप बेकार चीजों को ना कहना सीख जाते हैं तो आपके पास सही चीजों के लिए ज्यादा समय बचता है डेलिगेशन और ना कहने के तीन साइंटिफिक फायदे आपका समय बचेगा आपको सिर्फ उन्हीं कामों पर फोकस करना होगा जो असल में जरूरी हैं आप ज्यादा फोकस्ड रहेंगे फालतू चीजों को मना करके आप अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान दे पाएंगे आप ज्यादा तेजी से आगे बढ़ेंगे जो लोग हर चीज खुद करने की कोशिश करते हैं वे कभी सफल नहीं होते अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें हर काम खुद मत करो देखो कौन से काम आप किसी और को दे सकते हो
00:31:52 डेलिगेशन को एक स्किल की तरह सीखो जरूरी चीजों पर ध्यान दो बाकी चीजें दूसरों को ना कहने से मत डरो यह आपकी प्रोडक्टिव लाइफ के लिए सबसे जरूरी है हर काम को हां कहने से पहले सोचो क्या यह वास्तव में जरूरी है अब जब आपने डेलिगेशन और ना कहने की कला सीख ली है तो अगला कदम है यह समझना कि कब कोई काम अधूरा छोड़ देना ही सही होता है अगले अध्याय में जानेंगे किन मामलों में किसी काम को छोड़ देना ही सबसे अच्छा फैसला होता है अध्याय सात कब कोई काम अधूरा छोड़ना ही सही होता है हमेशा अपने काम को फिनिश करो यह सलाह हम सबने
00:32:28 सुनी है लेकिन क्या हर काम को पूरा करना जरूरी होता है क्या ऐसा भी हो सकता है कि कुछ चीजें अधूरी छोड़ देना ही सही हो ऑथर बताते हैं कि कुछ मामलों में किसी काम को छोड़ देना ही सबसे अच्छा फैसला होता है क्योंकि अगर आप गलत चीजों को जबरदस्ती पूरा करने में लगे रहेंगे तो सही चीजों के लिए समय ही नहीं बचेगा इस अध्याय में हम जानेंगे कि कब किसी काम को छोड़ देना चाहिए और कैसे बिना किसी अपराध बोध गिल्ट के सही निर्णय लें कब किसी काम को छोड़ना ही सबसे अच्छा होता है एक जब वह आपके असली लक्ष्य से मेल नहीं खाता क्या मैं इस काम
00:33:03 को सिर्फ इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैंने इसे शुरू कर दिया गलती कई बार हम किसी काम में बहुत समय और मेहनत लगा देते हैं लेकिन फिर भी उसे छोड़ नहीं पाते हमें लगता है कि अगर मैंने इसे छोड़ दिया तो मेरी सारी मेहनत बेकार हो जाएगी लेकिन सिर्फ इसलिए किसी काम को पूरा करना गलत है कि आपने उसे शुरू कर दिया सोचिए अगर आपने कोई बिजनेस शुरू किया लेकिन अब आपको लग रहा है कि यह आपके असली पैशन से मेल नहीं खाता तो क्या सिर्फ इसलिए इसे जारी रखना सही होगा क्योंकि आपने इसमें समय और पैसे लगाए हैं सलूशन एक खुद से पूछें क्या यह काम सच में
00:33:39 मेरे दीर्घकालिक लॉन्ग टर्म लक्ष्यों से मेल खाता है दो अगर नहीं तो उसे छोड़ने का सही निर्णय लें और अपनी एनर्जी सही जगह लगाएं दो जब वह आपके समय और ऊर्जा को बेवजह खा रहा हो क्या यह काम मेरी प्रोडक्टिविटी को बढ़ा रहा है या सिर्फ समय बर्बाद कर रहा है गलती हम कई बार ऐसे कामों में उलझे रहते हैं जो हमारी असली सफलता में कोई योगदान नहीं देते दिन भर बिजी रहने के बावजूद हमारी असली प्राथमिकताओं पर ध्यान नहीं जाता सोचिए अगर आप दिन भर ईमेल चेक करने छोटी-छोटी मीटिंग्स में भाग लेने और सोशल मीडिया पोस्ट लिखने में लगे रहते हैं तो क्या आप
00:34:16 अपने सबसे महत्त्वपूर्ण कामों पर ध्यान दे पा रहे हैं सॉल्यूशन एक अगर कोई काम सिर्फ समय खा रहा है लेकिन असली फायदा नहीं दे रहा तो उसे खत्म करने की हिम्मत रखें दो कम लेकिन के न सरदार काम करें बिजी होने और प्रोडक्टिव होने में अंतर समझें तीन जब वह आपकी मानसिक शांति छीन रहा हो अगर कोई चीज मुझे लगातार तनाव दे रही है तो क्या इसे छोड़ देना ही सही होगा गलती बहुत से लोग ऐसे कामों से चिपके रहते हैं जो उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रहे होते हैं वे सोचते हैं कि अगर मैं इसे छोड़ दूंगा तो लोग क्या कहेंगे सोचिए अगर आप एक
00:34:52 ऐसा प्रोजेक्ट कर रहे हैं जो आपकी ऊर्जा को खत्म कर रहा है और आपको रोज स्ट्रेस दे रहा है तो क्या इसे सिर्फ इसलिए जारी रखना सही है कि आपने इसे शुरू किया था सॉल्यूशन एक खुद से पूछें क्या यह काम मुझे खुशी और संतोष देता है या सिर्फ तनाव दो अगर यह आपकी मानसिक शांति छीन रहा है तो इसे छोड़ना ही सही है फोर जब आप इसे सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि लोग क्या कहेंगे क्या मैं यह काम इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मुझे करना पसंद है या सिर्फ इसलिए कि लोग उम्मीद करते हैं गलती हम अक्सर दूसरों को खुश करने के लिए ऐसे काम करते रहते हैं जो
00:35:27 हमें खुद पसंद नहीं होते समाज परिवार या दोस्तों के दबाव में हम ऐसे काम पकड़ लेते हैं जो हमारे असली लक्ष्यों से दूर होते हैं सोचिए अगर आप कोई करियर सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आपके माता-पिता या दोस्त यही चाहते थे तो क्या आप इसमें लंबे समय तक खुश रह पाएंगे सॉल्यूशन एक दूसरों की उम्मीदों पर नहीं बल्कि अपनी पसंद और अपने लक्ष्यों पर ध्यान दें दो लोग क्या कहेंगे से ज्यादा जरूरी यह है कि आप क्या चाहते हैं अब इन्हें अपनी लाइफ में अप्लाई करना शुरू करें हर काम को पूरा करना जरूरी नहीं सिर्फ वही काम करें जो आपके असली
00:36:03 लक्ष्यों से मेल खाता हो अगर कोई काम आपकी ऊर्जा और समय को बर्बाद कर रहा है तो उसे छोड़ना ही सही है अगर कोई चीज आपको खुशी नहीं दे रही और सिर्फ तनाव दे रही है तो उसे खत्म करने की हिम्मत रखें दूसरों की उम्मीदों के बजाय अपने सपनों और प्राथमिकताओं को प्राथमिकता दें अब आपने इस ऑडियो बुक समरी को पूरा सुन लिया है लेकिन असली सवाल यह है क्या आप इसे सिर्फ सुनकर भूल जाएंगे या इसे अपनी जिंदगी में अपनाएंगे अगर आप वाकई में अपने अधूरे कामों को खत्म करना चाहते हैं तो आपको इस पूरी किताब की सीख को अपने जीवन में लागू
00:36:39 करना होगा बस सुनकर मत छोड़िए कोई एक अधूरा काम चुनिए और अगले सात दिनों में उसे पूरा करने का संकल्प लीजिए अपनी प्राथमिकताओं को तय करें प्रोक्रेस्टिनेशन से बचे और सही चीजों पर फोकस करें याद रखें हर दिन थोड़ा-थोड़ा करके आगे बढ़ेंगे तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रहेगा अगर आपको यह ऑडियो बुक समरी पसंद आई तो इसे उन लोगों के साथ जरूर शेयर करें जो अपने कामों को अधूरा छोड़ने की आदत से परेशान हैं |
Disclaimer: – This video is used for informational and motivational purposes only. Please do let us know your thoughts about the book summary in the comments section below.